मुँह एवं गले के कैंसर मरीजों के लिए जरुरी पोषण।
कैंसर के मरीजों को आमतौर पर खाने में मन न लगना, भूख कम होना, उपचार के कारण खाने का स्वाद न आना, उल्टी और दस्त जैसे कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करते हैं। जिसके कारण उनके शरीर में पर्याप्त पोषण नहीं पहुंच पाता। पर्याप्त पोषण की कमी रोगी की सामान्य स्थिति को प्रभावित करती है, जिससे वे कमजोर हो जाते हैं और अधिक दुष्प्रभावों और संक्रमणों की चपेट में आ जाते हैं। जिसके बाद, ये समस्याएं कैंसर के उपचार में काफी दिक्कतों का कारण बनती हैं और इस रुकावट से उपचार का सही परिणाम आना काफी मुश्किल हो जाता है।
हमारे शरीर को कितना पोषण चाहिए?
- आमतौर पर ऐसी सलाह दी जाती है कि एक कैंसर रोगी को प्रति दिन अपने वजन के हिसाब से प्रति किलो 25 से 30 कैलोरी लेनी चाहिए। प्रोटीन उनके आहार का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है। रोगी को प्रति दिन 1.5 ग्राम प्रति किलोग्राम vajan की मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है।
- बड़ी मात्रा में भोजन सेवन करने की बजाय मरीज़ को 5 से 6 हिस्सों में बांटने की सलाह दी जाती है।
- पैदल चलें और हल्का व्यायाम जैसे करें इससे आपकी भूख को सुधारने में मदद मिलेगी और इससे आप पर्याप्त कैलोरी का सेवन करेंगे। यदि आवश्यक हो, तो डॉक्टर आपकी भूख को सुधारने के लिए दवा भी दे सकते हैं।
खाने में क्या खाएं?
कैंसर रोगियों के लिए संतुलित आहार में सब्जियां, फल और साबुत अनाज शामिल होते हैं। आहार में पर्याप्त मात्रा में पानी शामिल करना सबसे ज़रूरी है। आपका आहार आपको लगभग 18.5 और 25 kg/m2 के बीएमआई (बॉडी मास इंडेक्स) को बनाए रखने में मदद करता है।
नीचे दी जानकारी उन लोगों के लिए हैं, जो कैंसर के रौगी हैं और जिनका उपचार चल रहा है। यदि आपको मधुमेह (डायबिटीज) जैसी समस्या है, तो आप ये मील प्लान फॉलो करने से पहले अपने चिकित्सक या डायटिशियन से सलाह ज़रूर लें।
स्नैक्स और छोटी मील
सुबह के नाश्ते, चाय के समय के नाश्ते और खाने के बीच में स्नैक्स में आप इन हल्के आहार का सेवन कर सकते हैं। तीन बड़ी मात्रा में भोजन सेवन करने की बजाय छोटी मील आपकी सेहत के लिए बेहतर होती है, इसलिए आप इन्हें किसी भी समय पर ले सकते हैं।
छोटे मील में आप प्रोटीन का सेवन ज्यादा करें। नीचे दी गई सूची में से आप इन चीजों का सेवन आसानी से कर सकते हैं:
1- ड्राई फ्रूट्स : बादाम जैसे ड्राई फ्रूट्स प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, यह एक बढि़या और स्वाटिष्ट स्नैक के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है।
2- पीनट बटर : बाज़ार में आपको कई प्रकार के पीनट बटर मिल जाएंगे। जो मीठा भी नहीं होता, आप इसे टोस्ट या रोटी में लगाकर खा सकते हैं।
3- पनीर : पनीर क्यूब्स का सेवन सेहत के लिए काफी अच्छा है। घर पर बना पनीर आपके स्वास्थ्य के लिए प्रोसेस्ड वाले से ज्यादा अच्छा है।
4- स्प्राउट्स : स्प्राउट्स (अंकुरित मूंग दाल) को नींबू और नमक के साथ मिलाकर खाया जा सकता है, अगर आपको मीठा पसंद है तो आप उसमें थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं।
5- उत्तपम: दक्षिण भारतीय व्यंजन स्प्राउट्स (अंकुरित मूंग दाल) और चावल के मिश्रण से बनाए जाते हैं। आप स्वाद के लिए इसमें प्याज, धनिया, टमाटर आदि डाल सकते हैं।
6- दही वड़ा: दही और मूंग दाल जैसे हाई प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों का एक संयोजन पौष्टिक विकल्प हो सकता है।
7- स्मूदी: दूध के साथ केले और सेब जैसे फलों को मिलाकर, आप कई प्रकार के मिल्कशेक और स्मूथी बना सकते हैं। आप चाहें तो गाजर, पालक और चुकंदर जैसी सब्जियों को भी इसमें शामिल कर सकते हैं। इसको गाढ़ा और ज्यादा हेवी करने के लिए आप इसमें ओट्स या ड्राई फ्रूट्स मिला लें।
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डॉ स्वप्नील अग्रवाल
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